Vigyan :- vardan ya abhishap par lekh
विज्ञान :- अभिशाप या वरदान पर निबंध
हेलो दोस्तों मैं संतोष शर्मा अपने Gyan Adda Website में स्वागत करता हूं।दोस्तों इस ब्लॉग में हम विज्ञान के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसमें हम आपको बताएंगे कि विज्ञान हमारे लिए किस प्रकार वरदान है और अभिशाप है। आज vigyan का महत्व लगातार बढ़ रहा हैं। आज सभी क्षेत्र में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। आज अगर हम घर बैठे हैं बहुत सारे काम इतना कम समय में कर पाते यह सब विज्ञान की ही देन है।
अगर हमें किसी के पास कोई सूचना भेजना है तो विज्ञान ने यह की आसााान कर दिया है। पल में ही हम दूसरेेे के पास बातें कर सकते हैं, संदेश भेज दे सकते हैं और बहुत कामों को हम घर बैठे बैठे कर सकते हैं। आज जिस क्षेत्र में भी हो विज्ञान काा अहम योगदान है चाहेेे वह शिक्षा हो, medical, कृषि, व्यापार, संसाधन, परिवहन, खेल जैसे सभी क्षेत्रों इसका अहम योगदान है। आज हम विज्ञान के उपयोग के बिना नहीं रह सकते।
भूमिका:-
विज्ञान आविष्कार की जननी है। अगर हम इस शक्ति का सही उपयोग करें तो यह वरदान है,और अगर विनाश करना प्रारंभ करें तो यह विज्ञान हमारे लिए अभिशाप बन सकती हैं।
विज्ञान का महत्व:-
विज्ञान का महत्व वर्तमान युग में बहुत अधिक हो गया है। मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, परमाणु ऊर्जा एवं सभी उपकरण विज्ञान की ही देन है।आज हम पल में विश्व में हो रही घटना का घर बैठे बैठे अध्ययन कर लेते यह सब इन की ही देन है। आज विज्ञान हो गए वह सब सेवाएं प्रदान की है जिसका कल्पना हम कभी नहीं होंगे । सच मानिए तो विज्ञान नेे हमारे जीवन को आसान बना दिया है। जैसे-जैसे विज्ञान आगे बढ़ रहा है ठीक उसी प्रकार हम भी लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर होते जा रहे हैं। सोचिए पहले अगर जिसकी कल्पना हम कर नहीं सकते वह आज हम अपने आंखों से देखते हैं। पहले मानव की की इच्छा होती थी काश वह भी पक्षी के भाांति आकाश में उड़ने की, आज वह भी संभव हो गयाा है। हम हवाई जहाज का यात्रा कर इस मनोकामना को पूरी कर सकतें हैं।
विज्ञान से लाभ:-
वर्तमान युग में हमारा जीवन प्रतिदिन सुगम होता जा रहा है इसमें विज्ञान बड़ा हाथ है।आज हम बहुत कम समय में एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। यह सब विज्ञान का लाभ नहीं तो और क्या है।
हमने इसकी मदद से समुद्र की गहराई तथा आकाश की ऊंचाई भी मापी है। हमारे टेलीविजन रेडियो एवं मनोरंजन के सभी साधन इसके ही देन है। आज हम विज्ञान की बदौलत लगातार नए उपकरण खोज कर अपनी आवश्यकताओं को पूरी कर रहे हैं।
इसकी बदौलत ही हम चांद पर भी अपनी कामयाबी पाई है। आज हम सभी क्षेत्रों में इसका उपयोग कर रहे हैं चाहे वह कौन सा क्षेत्र ही क्यों ना हो। कृषि, मेडिकल, टेक्नोलॉजी, जैसे कई क्षेत्रों में इसका बहुमूल्य स्थान है। अगर आज हमे किसी भी चीज के बारे में रिसर्च करनी है, तो गूगल कर लीजिए आपके सभी समस्याओं का समाधान मिल जाएगा। हम हमारे आवश्यकता के अनुसार लगातार नई नई चीजों का अविष्कार कर रहे हैं।
विज्ञान से हानि:-
विज्ञान हमारे लिए अभिशाप भी है। आज हमने विज्ञान के द्वारा अणुबम, परमाणु बम, हाइड्रोजन बम जैसे ध्वंसकारी हथियार बनाए हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि अब इस दुनिया में इतना विनाशकारी सामग्री उपलब्ध है कि पृथ्वी को अनेक बार नष्ट किया जा सकता है। आज विज्ञान की चलते प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ रही है।
वैज्ञानिक प्रगति का सबसे बड़ा दुष्परिणाम मानव के मन पर हुआ है। अब मानव पहले की भांति निस्वार्थ, भोला नहीं रहा है, बल्कि स्वार्थी और चालाक हो गया है। जिस प्रकार से विज्ञान से हमें कई फायदे मिले हैं ठीक उसी प्रकार इसका कई दुष्परिणाम भी हमें कई बार देखने को मिलता है। हम मानव कई बार इसका दुरुपयोग करते हैं जिससे कि यह हमारे लिए विनाशकारी साबित होता है। विज्ञान को विनाशकारी बनाने में मानव का भी हाथ है। इसका उपयोग सही तरह से करेंगे तो यह हमारे लिए फायदेमंद होगा।
हमारा देश भारत पर निबंध हिंदी में |
वास्तव में कहा जाए तो विज्ञान को वरदान और अभिशाप बनाना मानव के ही हाथ में है अगर हम इसका सही उपयोग करते हैं, तो यह हमारे लिए वरदान है और दुरुपयोग करते हैं तो यह हमारे लिए अभिशाप भी बन सकते हैं।
विज्ञान हमारे लिए वरदान है या अभिशाप लिखित पोस्ट आपको कैसा लगा आप हमें कमेंट करके बताएं साथ ही आप यह भी बताएं कि हम किस तरह से इसका सही उपयोग कर सकते हैं।
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